हिमाचल प्रदेश में जमीन (Land) सिर्फ एक संपत्ति नहीं, बल्कि प्रकृति की धरोहर है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहाँ के भूमि नियम, पैमाइश के तरीके और शब्दावली मैदानी इलाकों से बिलकुल अलग हैं। चाहे आप पटवारी , तहसीलदार प्रतियोगी परीक्षा (Exam) की तैयारी कर रहे हों या जमीन खरीद रहे हों, यह गाइड आपके लिए है।
- पटवारी और राजस्व विभाग का ढांचा (The System)
राजस्व विभाग (Revenue Department) में पटवारी
HP Land Records & Patwari Guide
Complete Database: Laws, Measurement, Duties & Tools (HPRCA.IN)
महत्वपूर्ण राजस्व शब्दावली (Terminology)
- मुसावी (Musavi): गाँव का मूल नक्शा (Original Map) जो कपड़े पर बना होता है।
- लठ्ठा (Latha): मुसावी की कॉपी, जिसे पटवारी खेत में ले जाकर पैमाइश करता है।
- जमाबंदी (Jamabandi): जमीन के मालिकाना हक का रिकॉर्ड (हर 5 साल में अपडेट)।
- ततिमा (Tatima): किसी खसरा नंबर के बंटवारे का नक्शा।
- वाजिब-उल-अर्ज: गाँव के रीति-रिवाज और शामलात जमीन के अधिकारों का दस्तावेज़।
- फर्द (Fard): जमाबंदी की नकल (Copy)।
जमीन के प्रकार (Types of Land)
| किस्म | विवरण |
|---|---|
| बारानी | बारिश पर निर्भर खेती वाली जमीन। |
| नहरी/कुहली | सिंचाई वाली सबसे उपजाऊ जमीन। |
| घसणी | जहाँ खेती नहीं होती, सिर्फ घास उगती है। |
| गैर मुमकिन | मकान, रास्ता, खड्ड (जहाँ खेती संभव नहीं)। |
धारा 118 और भूमि कानून (Section 118)
यह कानून हिमाचल प्रदेश में गैर-कृषकों (Non-Agriculturists) को जमीन खरीदने से रोकता है। कोई भी बाहरी व्यक्ति बिना सरकार की विशेष अनुमति के कृषि भूमि नहीं खरीद सकता।
अहम प्रक्रियाएं (Processes)
- निशानदेही (Demarcation): अगर आपको लगता है कि आपकी जमीन पर कब्जा हुआ है, तो आप ‘कानूनगो’ के पास आवेदन करके निशानदेही करवा सकते हैं। इसमें पटवारी जरीब या मशीन से पैमाइश करेगा।
- इंतकाल (Mutation): जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद इंतकाल चढ़ाना अनिवार्य है, तभी राजस्व रिकॉर्ड में आप मालिक बनेंगे।
- बोनाफाइड (Bonafide): हिमाचल में जमीन खरीदने के लिए ‘Bonafide Himachali’ प्रमाण पत्र एक मुख्य दस्तावेज है।
हिमाचल पैमाइश चार्ट (Measurement Chart)
| इकाई (Unit) | मूल्य (Value) |
|---|---|
| 1 करम (Karam) | 57.157 इंच (Inches) |
| 1 सरसाही (Sarsahi) | 1 करम x 1 करम |
| 1 बिस्वांसी | 9 सरसाही |
| 1 बिस्वा (Biswa) | 20 बिस्वांसी |
| 1 बीघा (Bigha) | 20 बिस्वा |
| 1 बीघा (Sq Mtr) | 809 वर्ग मीटर (Approx) |
नोट: कांगड़ा और कुल्लू के कुछ हिस्सों में पैमाना थोड़ा भिन्न हो सकता है। यह ‘Standard Revenue Scale’ है।
Bigha-Biswa Converter
0 Sq. Feet
0 Sq. Meters
📜 जमाबंदी (Jamabandi)
इसे ‘फर्द’ भी कहते हैं। यह जमीन के मालिकाना हक का सबसे पक्का सबूत है। यह हर 5 साल बाद नई बनाई जाती है।
🗺️ ततिमा (Tatima)
जब किसी खसरा नंबर (प्लॉट) का बंटवारा होता है या हिस्सा बेचा जाता है, तो उस कटे हुए भाग का जो नक्शा बनता है, उसे ततिमा कहते हैं।
✍️ इंतकाल (Mutation)
जमीन की रजिस्ट्री के बाद राजस्व रिकॉर्ड में नाम बदलने की प्रक्रिया। जब तक इंतकाल मंजूर नहीं होता, आप सरकारी रिकॉर्ड में मालिक नहीं माने जाते।
🌾 गिरदावरी (Girdawari)
साल में दो बार (रबी और खरीफ) पटवारी खेत पर जाकर फसल का निरीक्षण करता है और लिखता है कि खेत में कौन सी फसल बीजी गई है।
🌳 शजरा नस्ब (Shajra Nasb)
यह वंश वृक्ष (Family Tree) होता है। इसमें परदादा, दादा, पिता और वारिसों के नाम होते हैं, जिससे विरासत का पता चलता है।
📓 मिसल हकीयत
जब बंदोबस्त (Settlement) होता है, तो जो नई जमाबंदी बनती है उसे ‘मिसल हकीयत’ कहते हैं। यह स्थायी रिकॉर्ड होता है।
रोजनामचा (Roznamcha)
यह पटवारी की दैनिक डायरी होती है। पटवारी दिन भर क्या काम करता है, गाँव में क्या घटना हुई, या कोई सरकारी आदेश आया, यह सब इसमें दर्ज होता है।
बस्ता (Basta)
पटवारी के पास एक लाल रंग का कपड़े का बैग होता है जिसे ‘बस्ता’ कहते हैं। इसमें उस पटवार सर्किल (गाँवों) के सारे नक्शे और रजिस्टर सुरक्षित रखे जाते हैं।
पटवार खाना (Patwar Khana)
वह सरकारी कार्यालय जहाँ पटवारी बैठकर अपना कार्य करता है। आमतौर पर हर पटवार सर्किल में एक पटवार खाना होता है।
प्रमाण पत्र (Reports)
हिमाचली बोनाफाइड (Bonafide), कृषक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पटवारी की रिपोर्ट सबसे महत्वपूर्ण होती है।